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    प्रश्न--ओशो, किसी भी चीज में निषेध नहीं, लेकिन काम किया नहीं जाता है। हर काम किया नहीं जाता है, लोग समझ नहीं पाते हैं। यह भी क्या मुक्ति होता है?

    October 02, 2021 0

      प्रश्न--किसी भी चीज में निषेध नहीं, लेकिन काम किया नहीं जाता है। हर काम किया नहीं जाता है, लोग समझ नहीं पाते हैं। यह भी क्या मुक्ति होता ह...

    प्रश्न-- ओशो, असल में ईशावास्यापनिषद का जो वाक्य है--ईशावास्यं इदं सर्व...

    September 30, 2021 0

    प्रश्न--असल में ईशावास्यापनिषद का जो वाक्य है--ईशावास्यं इदं सर्व...  ओशो --इदं को मध्ययुग में बिलकुल ही हम लोगों ने दृष्टि से बाहर कर दिया ...

    आस्तिक से मेरा मतलब है कि जिसके मन में कोई निषेध न हो - ओशो

    September 28, 2021 0

    आस्तिक से मेरा मतलब है कि जिसके मन में कोई निषेध न हो एक झेन फकीर अपने घर के बाहर बैठा हुआ है। कोई उससे आकर पूछता है, क्या कर रहे हो? वह कहत...

    प्रश्न--पार जाए तो पर है; इब जाए तो पार--यह कबीर का वचन है।

    September 26, 2021 0

    प्रश्न--पार जाए तो पर है; इब जाए तो पार--यह कबीर का वचन है। ओशो-- एक और कवि का, जिसका वचन मैंने आपको कहा। जो डूब गए वे धन्यभागी हैं। जीसस ने...

    जितना गहरा पार्टीसिपेशन होगा, उतने ईगोलेस हो जाएंगे - ओशो

    September 24, 2021 0

     जितना गहरा पार्टीसिपेशन होगा, उतने ईगोलेस हो जाएंगे - ओशो  एक जंगल से गुजर रहा है लाओत्से। जंगल में बड़े पैमाने पर दरख्त काटे जा रहे हैं। ब...

    रेसिस्ट नाट ईविल - ओशो

    September 22, 2021 0

    रेसिस्ट नाट ईविल - ओशो  लाओत्से एक गांव से गुजर रहा है। एक आदमी ने पीछे से आकर लकड़ी से उस पर चोप कर दी है, तो वह गिर पड़ा है? वह आदमी भाग ग...

    नास्तिक फकीर - ओशो

    September 18, 2021 0

    नास्तिक फकीर - ओशो एक फकीर। उस पर गांव में लोगों ने इल्जाम लगा दिया है और कह दिया है राजा से कि यह फकीर नास्तिक है, अधार्मिक है, और इसके बोल...

    गूंगे का गुड - ओशो

    September 16, 2021 0

    गूंगे का गुड - ओशो  बुद्ध से किसी ने पूछा था कि आपके साथ दस हजार भिक्षु हैं, इनमें से कितने लोगों को वह ज्ञान उपलब्ध हो गया है, जो आपको हुआ ...

    प्रश्न--ओशो, यानी भौतिक साक्ष्य भी उपस्थित किया जा सकता है?

    September 14, 2021 0

    प्रश्न--यानी भौतिक साक्ष्य भी उपस्थित किया जा सकता है?  ओशो-- बिलकुल उपस्थित हो गया है, यानी जो आदमी कार के संबंध में सोचता है, उसकी आंख पर ...

    प्रश्न-- ओशो, वह गैप और पार्टिसिपेशन जो दोनों में है, वह डिस्टर्ब पैदा कर देता है। और वह सिर्फ प्रेम, जो कि अभिव्यक्त है, सेवा के रूप में हम कहें या और किसी सृजनात्मक रूप में कहें, पार्टीसिपेशन को वही सिद्ध करता है।

    September 12, 2021 0

    प्रश्न--वह गैप और पार्टिसिपेशन जो दोनों में है, वह डिस्टर्ब पैदा कर देता है। और वह सिर्फ प्रेम, जो कि अभिव्यक्त है, सेवा के रूप में हम कहें ...

    प्रश्न- ओशो आप जो कुछ कह रहे हैं, उसमें आप कहां तक पहुंचे हैं? क्या कोई इतना ऊंचा फल दिखाई दे रहा है?

    September 08, 2021 0

     प्रश्न आप जो कुछ कह रहे हैं, उसमें आप कहां तक पहुंचे हैं? क्या कोई इतना ऊंचा फल दिखाई दे रहा है? ओशो, इन सब बातों में इतने जल्दी फल दिखाई द...

    प्रश्न-- ओशो आप जो बोलते हैं, वह तो आम वर्ग में छायी हुई है और आप कहते है कि आप उससे अलग बात बताते हैं, तो जो यहां के आचार्य नास्तिक होना बोले तो वह पुराने जमाने में नास्तिकपन था।

    September 01, 2021 0

     प्रश्न--आप जो बोलते हैं, वह तो आम वर्ग में छायी हुई है और आप कहते है कि आप उससे अलग बात बताते हैं, तो जो यहां के आचार्य नास्तिक होना बोले त...

    अल्टीमेट का दावा हमेशा विकास में बाधा बनता है- ओशो

    August 28, 2021 0

      प्रश्न--उसका अर्थ लोग करते हैं बहुत?  नहीं, नहीं वह सबकी फिलासफी है और सभी अल्टीमेट दुथ का दावा करनेवाले लोग हुए हैं। अलग-अलग दावे कर सकते...

    प्रश्न--ओशो आपके साथ क्यों?

    August 26, 2021 0

    प्रश्न--ओशो आपके साथ क्यों?  ओशो--मैं जो कह रहा हूं, अगर वह लग रहा हो कि यही वेद में है, यही पुराण में है, यही कृष्ण कहते हैं, यही महावीर कह...

    प्रश्न--ओशो व्यक्ति को रिस्पेक्ट तो मिलती ही है, जैसे कृष्ण को मिला है।

    August 24, 2021 0

    प्रश्न--व्यक्ति को रिस्पेक्ट तो मिलती ही है, जैसे कृष्ण को मिला है।  ओशो- -अगर यह कह रहे हों, तो मैं यही कह रहा हूं कि व्यक्ति का रिस्पेक्ट ...

    प्रश्न--ओशो, क्या यह सच नहीं है कि आप एक बहुत अहम चीज को नजरंदाज कर गए कि सनातन परंपराओं में एक ही स्वयं ही प्रक्रिया है, जो हर नयी चीज को आत्मसात करने की क्षमता रखती है। और उस दृष्टि से आप देखें, तो आपकी विचार क्रांति जो उथल-पुथल लाएगी सोचने की दिशा में यह आप विरोध में नहीं है, बल्कि

    August 22, 2021 0

      प्रश्न--ओशो, क्या यह सच नहीं है कि आप एक बहुत अहम चीज को नजरंदाज कर गए कि सनातन परंपराओं में एक ही स्वयं ही प्रक्रिया है, जो हर नयी चीज को...

    गीता मित्र हो सके, कृष्ण मित्र हो सके, यही मैं चाह रहा है -ओशो

    August 20, 2021 0

    गीता मित्र हो सके, कृष्ण मित्र हो सके, यही मैं चाह रहा है -ओशो  प्रश्न--तो रूप क्या होगा?  ओशो --हां, रूप बहुत तरह के हम सोच सकते हैं। जरूरी...