रेसिस्ट नाट ईविल - ओशो
रेसिस्ट नाट ईविल - ओशो
लाओत्से एक गांव से गुजर रहा है। एक आदमी ने पीछे से आकर लकड़ी से उस पर चोप कर दी है, तो वह गिर पड़ा है? वह आदमी भाग गया है? उसके शिष्य कह रहे हैं, क्या करना है? जाए, उसे पकड़ें? उसने कहा, नहीं, ऐसा मत करना; क्योंकि जब उसने मुझे मारा, तब मैं बिलकुल झुक गया। उसने हमला किया, मैंने बिलकुल जगह दे दी तो हमला किया। हम दोनों उस कृत्य में सहभागी हैं। वह मारनेवाला, मैं पिटनेवाला। मैं रेसिस्टेन्स नहीं था। इसी लिए पहली कहानी से जूडो निकला। जडो का नियम है कि आपको चूंसा मारे, उसका चूंसा पी जाओ। जूडो मत। पूरे शरीर को ऐसा छोड़ो, जैसे पूरा शरीर चूंसा पी जाए। तुम घूसे के साथ एक हो जाओ।
जूडो के विचारक कहते हैं कि अगर एक बैलगाड़ी जा रही हो, और उसमें एक आदमी होश में बैठा हुआ हो, और एक आदमी शराब पीए बैठा हो, और बैलगाड़ी उलट गयी, तो शराब जिसने पी है, उसको चोट नहीं लगेगी, जो होश में बैठा है, उसको चोट लग जाएगी। क्योंकि शराब पीनेवाला उलटने के लिए ही राजी हो जाएगा। वह तो कुछ चोट से रेसिस्ट नहीं करता। गाड़ी उलट गयी, वह भी उलट गया। यानी उसमें उसका कोई विरोध नहीं है कि अपने को बचाए अपने को रोके कि मर न जाऊं। जूडो साइंस वह कहती है कि गाड़ी उलटने से हमारी हड्डी नहीं टूटती है। वह तो जब गाड़ी उलटी, तो तुम हड्डी कड़ी कर लेते हो कि बचा, वह हड्डी टूट जाती है। वह जो दफा, और फिर खड़ा हो जाता है। कुछ भी दुखता नहीं उसका, और हम तो गिर के गए। क्योंकि बच्चा भी शराबी की हालत में है। अभी गिरा, तो गिरने के साथ एक हो गया। पार्टीसिपेशन का गहरे से गहरा मतलब यह होता है कि जो हो रहा है, जैसा हो रहा है, हम उसके लिए भी राजी हैं। जीसस गहरे से गहरे इस मामले में गए हैं। चूंकि क्रिश्चियनिटी बहत गहरे में नहीं जा सकी, इसलिए, जीसस का फायदा निया को नहीं हुआ। जीसस कहते हैं, जो तेरा कोट छीने, तू उसे अपने कमीज भी दे देना। पता नहीं, उसको कमीज की जरूरत ___ हो, संकोच में छीनता नहीं हो। पार्टीसिपेशन हुआ यह।
यह बात हुई न कि जो तुम्हारा कोट छीने, उसे जल्दी से अपने कमीज भी दे देना, क्योंकि ऐसा न हो कि बेचारा संकोच में कमीज न छीनता हो। तो आदमी तुझसे बोझ ढोने को कहे कि चल लेकर मील भर, तो तुम दो मील लेकर चले जाना। हो सकता है आदमी भला हो, दो मील तक कहने की हिम्मत न कर पाता हो। जीसस का एक वचन इतना अदभुत है कि दुनिया में और किसी का नहीं है। वचन है रेसिस्ट नाट ईविल। इतनी हिम्मत कि बुराई से भी राजी हो जाओ। उससे भी पार्टीसिपेट करो टोटल। वह ऐसा नहीं कि भलाई से पार्टीसिपेट करेंगे, बुराई से नहीं करेंगे। सुख से पार्टीसिपेट करेंगे, दुख से नहीं करेंगे। मित्र से करेंगे, दुश्मन से नहीं करेंगे। जिंदगी से करेंगे, मौत से नहीं करेंगे। ऐसा चुनाव हुआ तो मुश्किल में पड़ जाएंगे हम। चुनाव हआ कि तुम फिर बच गए, और फिर वह जोड़ नहीं हो पाया। चुनाव ही न हो, जो भी होगा पार्टीसिपेट करेंगे।
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