कुर्सी का खेल
कुर्सी का खेल
एक बस में जब मिस रूबी दाखिल हुईं तो देखा बस खचाखच भरी हुई है। मिस रूबी ने एक नौजवान के पास जाकर शहद घुली नरमी के साथ कहा।
मिस रूबी - नौजवान ! क्या तुम मुझे अपनी सीट नहीं दे सकते? देखो न, मैं प्रेग्नेंट हूँ।
नौजवान ने शराफत से सीट तो दे दी। मगर खड़े होने के बाद जब इत्मीनान से मिस रूबी का मुआयना करना शुरू किया तो देखा कि कमर पतली है और काया एकदम छरहरी । उसने उतावली में पूछ ही लिया
नौजवान - मैडम कितने महीने हो गए ?
मिस रूबी चतुरता से कहा- महीने कहाँ जी ? अभी, मुश्किल से चालीस मिनट पहले।

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