दारचीनी से पौरुष बढ़ाने का आयुर्वेदिक नुस्खा
दारचीनी से पौरुष बढ़ाने का आयुर्वेदिक नुस्खा
फमजोर दिमाग-
दारचीनी तीस ग्राम, बच पन्द्रह ग्राम, काबुली हरड पन्द्रह ग्राम, मिश्री तीस ग्राम-चारो चीजें कूट-पीस कर चूर्ण बना लें।
सेवन-विधि-एक से चार ग्राम तक प्रात व साय पानी के साथ सेवन करें दिमाग को अत्यन्त गुणकारी है।
क्षय-
दारचीनी आठ ग्राम, इलायची दाने (छोटी) पन्द्रह ग्राम, पिपली तीस ग्राम, तवाशीर साठ ग्राम और कूजा मिधी एक सौ ग्राम बारीक पीस कर चूर्ण बना लें। शवंत नीलोफर या सादे पानी के साथ एक ग्राम दिन मे दो-तीन बार वार उपयोग करें, बदहजमी और क्षय के लिए यह एक सुप्रसिद्ध आयुर्वेदिक नुस्खा है।
दस्त और मरोड़ा-
दारचीनी दो रत्ती और कत्त्या दो रत्ती दस्तो को वन्द करने के लिए दिन मे तीन-चार बार दें।
वीर्य पोष्टक चूर्ण-
दारचीनी खूब बारीक पीस कर रख लें। दो-दो ग्राम प्रात व सायं थोडे-थोडे गर्म दूध के साथ फाक लें। वोर्य पौष्टिक और दूध हजम करने के लिए उत्तम तया सस्ता नुस्खा है।।
इंफ्लुएजा-
दारचीनी तीस रत्ती, लौग पांच रत्ती, सोठ पन्द्रह रत्ती और पानी एक किलो । पन्द्रह मिनट उबाल कर छान लें और मधु (शहद) से मीठा करके तीन-तीन घटे पश्चात् साठ-माठ ग्राम दें।
No comments