समझदार संतासिंह और एकांत द्वीप
समझदार संतासिंह और एकांत द्वीप
एक द्वीप पर तीन आदमी फंसे हुए थे। उनमें एक मुस्लिम था, एक हिंदू और संतसिंह | इसी सोच में थे कि 100 मील तक तैरकर घर तक कैसे पहुंचा जाए। मुस्लिम ने हिम्मत दिखाई और तैरता हुआ 50 मील का रास्ता पार कर लिया। लेकिन थकने के कारण वो डूब गया। अब हिंदू ने सोचा कि चलो एक बार कोशिश करके देख लूं। वो भी करीब 75 मील तक तैरकर डूब गया। दोनों के जाने के बाद संतासिंह बच गए। उन्होंने सोचा अब मैं अकेला यहां क्या करूंगा मैं भी हिम्मत कर ही लूं।
ये सोचकर उन्होंने पानी में छलांग लगा दी। 50 मील तैरने के बाद उन्हें लगा कि अब मैं थक गया हूं आगे बढूंगा तो डूब जाऊंगा ये सोचकर संतासिंह वापस द्वीप पर चले गए।

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