सोलह आने जीवन बेकार!
सोलह आने जीवन बेकार!
एक प्रोफेसर साहब नाव में सफर कर रहे थे। तभी उन्होंने रौब जमाने की गरज से नाविक से पूछा-
प्रोफेसर - क्यों तुम्हें इंग्लिश आती है ?
नाविक - जी नहीं !
प्रोफेसर - तब तो तुम्हारा चार आने जीवन बेकार है।
प्रोफेसर - अच्छा हिसाब-किताब आता है?
नाविक - नहीं आता जी!
प्रोफेसर - फिर तो आठ आने जीवन बेकार है ।
इतने में तूफान के थपेडे नाव को झकझोरने लगे ।
नाविक ने पूछा - 'आपको तैरना आता है।
प्रोफेसर - नहीं।
नाविक - तब तो आपके सोलह आने जीवन बेकार है और से कूद गया।
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