अकबर के खजाने में था 429 रत्ती का पन्ना
अकबर के पास एक पन्ना था, जिसका वजन 17- टांक और तीन सुर्ख (429 रत्ती) था। अबुलफजल ने उसकी कीमत 52 हजार रुपये लिखी है (आईने अकबरी जि० I आईन III)। जहांगीर के 12वें साल-ए-जलूस में आदिलशाह बीजापुरी ने उसको दूसरे तोहफों के साथ एक पन्ना भी भेजा जिसके बारे में वह लिखता है कि इतना खुशरंग और नफीस पन्ना देखने में नहीं आया (तज० जहाँ० 240)। उसके 13वें साल-ए-जलूस में राजा विक्रमाजीत ने उसको पन्ना की एक माला पेश की जिसकी कीमत दस हजार रुपये थी। औरंगजेब के खजाने में लाल और पन्ना का एक हार था। उसमें सिर्फ पन्ना का वजन 30 रत्ती था (इकबाल नामा जहांगीरी 117)।
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